बीस वर्ष पुरानी किस्तो से इस लेखमाला पुनः प्रकाशित करे / भोपाल सिंह

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परदे के पीछे________.जयप्रकाश चौकसे

मेरे साथ_साथ अनेको पाठक और भी है जो जयप्रकास जी के नियमित पाठक रहे है| मै स्वंम उनके दैनिक कालम परदे के पीछे को क ई वर्षो से बडे चाव से पढता आ रहा हू|अब अपनी अस्वस्थता केकारण उन्होने इस कालम को आगे बढाने मे असर्मथता जताई है| परमात्मा से प्रार्थना है कि उन्हेशीघ्र स्वास्थय लाभ प्राप्त हो|

मै प्रतिष्ठित दैनिक भास्कर समाचार पत्र के मैनेजमैन्ट से पुरजोर अपील करता हू कि जब तक लेखक महोदय स्वास्थय लाभ प्राप्त कर इस कालम को आगे नही बढाते , उनकी बीस वर्ष पुरानी किस्तो से इस लेखमाला को पुनः प्रकाशित करे ताकि नये पाठक भी लाभ उठा सके|