अजब प्रेम की गजब कहानी / जयप्रकाश चौकसे

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अजब प्रेम की गजब कहानी

प्रकाशन तिथि - 13 अगस्त 2012

फिल्मों में प्रस्तुत प्रेम कहानियों में बाधाएं होती हैं और वे दोहराई जाकर फ़ॉर्मूला बन चुकी हैं। मसलन धर्म और जाति, अमीर और गरीब, देश और विदेश तथा भाषाओं का अंतर या दो खानदानों की पुश्तैनी दुश्मनी जैसी बाधाएं अक्सर देखी जाती हैं। यथार्थ जीवन में भी यही बाधाएं मौजूद रहती हैं। कई बार प्रेमी और प्रेमिका की पारिवारिक जवाबदारियां उनके विवाह के आड़े आ जाती हैं। दोनों की गरीबी उनके प्रेम का तीसरा कोण बन जाती है। अभिनेता अनुपम खेर और किरण खेर ने प्रेम विवाह किया और दोनों एक-दूसरे के साथ बेहद खुश भी रहे हैं, परंतु एक छोटे कालखंड में एक ही छत के नीचे रहते हुए भी उनके बीच में दूरी थी और उनकी प्रेम कहानी में कहीं कोई तीसरा नहीं था, फिर भी उनकी अपनी भीतरी बुनावट के कारण दूरी आई थी। कुछ इस तरह की बात अनुपम खेर ने कभी एक साक्षात्कार में कही थी। सारांश यह कि कभी प्रेम में बाधा प्रेमी स्वयं बन जाते हैं। आदमी का अवचेतन परतदार होता है, जाने किस परत में ‘प्रेतबाधा’ मौजूद हो। प्रेम का मार्ग न तो विवाह के पहले सीधा और सरल होता है और न ही विवाह के बाद। ‘प्रेम गली अति सांकरी’, उसमें किसी तीसरे के लिए ही नहीं, वरन स्वयं के लिए भी जगह कम होती है। अहंकार से जरा-सा मोटाए, आकांक्षाएं तनिक-सी फैलें, रोजमर्रा की चक्की मोटा पीसे और संवेदनाएं भोथरी हो जाएं तो प्रेम की सांकरी गली में चलना दूभर हो जाता है। शैलेंद्र ने ‘संगम’ के एक गीत में लिखा है ‘ओ मेरे सनम, ओ मेरे सनम। एक दिल के दो अरमान हैं हम। .. सुनते हैं प्यार की दुनिया में, दो दिल मुश्किल से समाते हैं। क्या गैर वहां अपनों तक के साए भी नहीं आ पाते हैं। ..ये धरती हैं इंसानों की, कुछ और नहीं इंसान हैं हम।’

हाल ही में प्रसारित ‘इंडियन आइडल’ के एक एपिसोड में सलमान खान और कैटरीना कैफ की आंखों में एक-दूसरे के लिए गहरा प्यार दिखा, परंतु कैटरीना के माथे पर संशय तथा कुछ खो देने का साया भी नजर आया। सलमान खान अब इतने मंझे हुए कलाकार हो गए हैं कि अपने भीतर के दर्द को उजागर ही नहीं करते। उसकी हिरण-सी आंखों में प्रेम छलांग लगा रहा-सा नजर आया। इन दोनों के बीच के रसायन का रहस्य गहरा है। दोनों की आंखों के बीच सेतु बनकर टूट रहा था। सलमान खान और कैटरीना कैफ की दोस्ती लगभग दस साल पुरानी है और कैटरीना को सितारा बनने में सलमान खान ने बहुत मदद की है। जब वह सितारा बनने भारत आई थीं, तब उन्हें हिंदुस्तानी जुबान नहीं आती थी, वह नाच नहीं सकती थीं तथा सिने उद्योग की कार्यप्रणाली से अनजान थीं, परंतु आज वह शिखर सितारा हैं और अब तो अभिनय भी जमकर करने लगी हैं। बर्नार्ड शॉ के ‘पिगमेलियन’ (माय फेयर लेडी) नामक नाटक में दो अमीर दोस्तों के बीच शर्त लगती है और प्रोफेसर हिगिंस गरीब बस्ती की एक अनपढ़ लड़की को शिक्षा देकर श्रेष्ठि वर्ग में एक खानदानी रईसजादी की तरह प्रस्तुत करके शर्त जीत जाते हैं, परंतु शिक्षा की प्रक्रिया में प्रेम हो जाता है। लड़की को एहसास होता है कि प्रोफेसर का प्रेम भी उनके शिक्षा देने का माध्यम मात्र था। अमिताभ बच्चन भी अनगढ़ रेखा के जीवन में प्रोफेसर हिगिंस की तरह आए थे, परंतु उस प्रेमकथा में हिगिंस विवाहित थे। इस कथा में दोनों कुंआरे हैं। फिल्म उद्योग की प्रेम कहानियों के बारे में मीडिया में तरह-तरह की बातें प्रकाशित होती हैं। आम जीवन के प्रेमियों के बारे में ऐसा नहीं होता, परंतु उनके प्रेम में भी दरार आ जाती है। यह रिश्ता ही इतना नाजुक है कि एक निगाह भी इसे तोड़ देती है।

बहरहाल, सलमान खान और कैटरीना कैफ दोनों ही आज अपने जुदा अंदाज में अपने कॅरियर के शिखर पर पहुंच गए हैं। सलमान खान की विगत चार फिल्में सफल रही हैं। कैटरीना कैफ यश चोपड़ा की तीन फिल्मों में तीन खान सुपरस्टार्स के साथ प्रस्तुत होने जा रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि कैटरीना कैफ के अभिनय की प्रशंसा हो रही है। ‘एक था टाइगर’ में वह पाकिस्तान की गुप्तचर सेवा में है और सलमान खान भारतीय खुफिया एजेंसी के अधिकारी हैं। दोनों के बीच एक-दूसरे के खिलाफ काम करने के बावजूद प्रेम हो जाता है। प्रेम सरहदों के परे पनपता है। कोई भी विरोध उसे रोक नहीं पाता। दोनों मुल्कों के बीच नफरत का रिश्ता सियासत की मजबूरी हो सकती है, परंतु एक ही विरासत के ये जुदा किए गए धड़ों में रहने वाले अवाम के बीच मोहब्बत का रिश्ता कायम है।कैटरीना कैफ के पिता कश्मीर में पैदा हुए थे, मां कैथोलिक क्रिश्चियन लंदन में जन्मीं, परंतु उन्होंने प्रेम विवाह किया था। सुना है कि उनके बीच भी दरार हुई और कैटरीना विभक्त परिवार की कन्या हैं। विगत दस वर्षो में वह नितांत भारतीय हो चुकी हैं। दरगाह, मंदिर सब जगह माथा टेकती हैं। अकेले अपने दम पर अपनी बहनों की परवरिश कर रही है। उन्होंने अपने माता-पिता का अलगाव देखा है, स्वयं अपने प्रेम में भी अनजानी दरार भोगी है। शायद उन्होंने अभिनय जिंदगी की पाठशाला में सीखा है। सलमान खान और कैटरीना कैफ एक-दूसरे के लिए बने लगते हैं, परंतु जाने अवचेतन की किस परत में ‘प्रेत-बाधा’ मौजूद है। शायद ‘एक था टाइगर’ की सफलता के बाद कोई चिंगारी राख के नीचे दबी आग को फिर सुलगा दे।