अजीब दास्तां, कहां शुरू कहां खतम - 2 / जयप्रकाश चौकसे

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अजीब दास्तां, कहां शुरू कहां खतम - 2
प्रकाशन तिथि : 25 जुलाई 2019


एक भूली बिसरी बात अब नए रूप में उजागर होने की संभावना बन रही है। फिल्मकार राजकुमार हिरानी ने पुणे फिल्म संस्थान में अध्ययन करते समय ही 'मुन्नाभाई एबीबीएस' की पटकथा लिख ली थी। प्रशिक्षण के बाद वे विधु विनोद चोपड़ा के सहायक बन गए। कुछ समय पश्चात हिरानी ने चोपड़ा साहब को 'मुन्नाभाई' सुनाई। उन्होंने फिल्म के निर्माण का फैसला लिया।

राजकुमार हिरानी नायक की भूमिका शाहरुख खान को देना चाहते थे। शाहरुख खान ने पटकथा सुनकर यह कहा कि इससे बेहतर पटकथा उन्होंने पहले कभी सुनी ही नहीं। उनकी दुविधा यह थी कि विधु विनोद चोपड़ा के फिल्म विधा के प्रति अपार उत्साह और ऊर्जा से वे परिचित थे परंतु यह भी जानते थे कि चोपड़ा साहब को क्रोध जल्दी आ जाता है। उन्होंने राजकुमार हिरानी से कहा कि 'मुन्नाभाई' के निर्माण में विलम्ब और विवाद हो सकता है। अत: यह जानते हुए भी कि वे एक महान अवसर से स्वयं को वंचित कर रहे हैं, राजकुमार हिरानी के हित में यह है कि शाहरुख खान 'मुन्नाभाई' अभिनीत न करें।

आनंद एल.राय और शाहरुख खान की फिल्म 'जीरो' अपने टाइटल के अनुरूप ही शून्य साबित हुई। शाहरुख खान को एक अदद सफल फिल्म की सख्त जरूरत है और वर्तमान में राजकुमार हिरानी सफलतम फिल्मकार हैं। खबर है कि खान ने हिरानी से बातचीत प्रारंभ की है। रिश्तों के इस बनते-बिगड़ते बिगड़ बिगड़कर बनते समीकरण में एक घटना का जिक्र करना आवश्यक है। 'लगे रहो मुन्नाभाई' की सफलता के समय यह बात प्रचारित हुई थी कि मुन्नाभाई अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा से भेंट करेंगे। करण जौहर फिल्म के क्रिकेट फील्ड में स्लिप में कैच पकड़ने में प्रवीण हैं। उनकी फिल्म 'माय नेम इज खान' के क्लाइमैक्स में नायक प्रेसीडेंट बराक ओबामा से मुलाकात करता है और उनकी प्रशंसा भी प्राप्त कर लेता है। अत: इसकी संभावना कम है कि हिरानी शाहरुख खान के साथ 'मुन्नाभाई' करेंगे। राजकुमार हिरानी और उनके स्थायी पटकथा लेखक कोई अछूता विषय प्रस्तुत करेंगे। वर्तमान में राजकुमार हिरानी स्वतंत्र फिल्मकार हैं परंतु यह उनकी वजेदारी है कि आज भी वे विधु विनोद चोपड़ा से जुड़े हैं परंतु बतौर फिल्मकार चेला गुड से शकर हो चुका है, अत: शाहरुख को अब विधु विनोद से किसी विवाद की संभावना ही नहीं बची है।

राजकुमार हिरानी शाहरुख खान को अपनी 'दुल्हनिया छवि' से मुक्त करके 'जीरो' के हादसे से दूरी बनाते हुए, उन्हें नए चरित्र में प्रस्तुत करेंगे। 'बाजीगर' या 'डर' जैसी फिल्में हिरानी के मिजाज के विपरीत हैं। दरअसल, राजकुमार हिरानी जादूगर हैं, जिन्होंने संजय दत्त तक से अभिनय करा लिया। शाहरुख खान राजकुमार हिरानी के सृजन अस्तबल से निकलकर सितारा रेस कोर्स पर फिर हॉट फेवरेट हो सकते हैं। इस घटनाक्रम से एक और जगह कुछ कुलबुलाहट होने का अनुमान मात्र लगाया जा रहा है। महत्वाकांक्षी एवं प्रतिभावान अमिताभ बच्चन भी राजकुमार हिरानी के साथ काम करना चाहेंगे। यह संभव है कि हिरानी ऐसी पटकथा लिखें कि अमिताभ बच्चन और शाहरुख खान दोनों की ही समान महत्व की भूमिकाएं मिले। इस प्रकिया में हिरानी के लकी मस्केट बोमन ईरानी नजरअंदाज नहीं किए जा सकते। अभिनय अखाड़े में वे गामा पहलवान की हैसियत रखते हैं। पुणे फिल्म संस्थान में एक वृक्ष को 'विजडम ट्री' माना जाता है। संस्थान के सुनहरे दौर में छात्र और शिक्षक भी दुविधाग्रस्त होने पर इसी वृक्ष के नीचे बैठकर निदान खोजते थे। यह संभव है कि हिरानी इसी वृक्ष के नीचे बैठकर विचार करें कि सितारों की त्वचा से लोकप्रिय छवियों की धूल साफ करके उन्हें किस नए अवतार में प्रस्तुत करें? यह भी संभव है कि पुणे संस्थान में राज कपूर की सभी फिल्मों के मूल निगेटिव किसी कचरा कमरे में धूल खा रहे हों। राजकुमार व्यथित हो जाएंगे। वे धूल साफ करते शाहरुख खान के लिए कोई चरित्र खोज सकें।

ज्ञातव्य है कि शाहरुख खान ने मुंबई पहुंचकर अजीज मिर्जा से मुलाकात की। अजीज और उनकी पत्नी निर्मला ने उन्हें अपने घर में ही परिवार के सदस्य की तरह रखा था, इतना ही नहीं अजीज ने शाहरुख खान को 'राजू बन गया जेंटलमैन' में अवसर दिया। उसके साथ 'चलते चलते' और एक अन्य फिल्म बनाई। अजीज मिर्जा, जूही चावला और शाहरुख खान ने साझेदारी में ' ड्रीम्स अनलिमिटेड' कंपनी की स्थापना भी की थी। कुंदन शाह, अजीज मिर्जा और साथियों ने 'नुक्कड़' नामक सीरियल बनाया था। दरअसल, अजीज मिर्जा और कुंदन शाह राज कपूर से प्रभावित थे। 'नुक्कड़' 'श्री 420' के फुटपाथ दृश्यों से प्रेरित था। राज कुमार हिरानी भी चार्ली चैपलिन राज कपूर और ऋषिकेश मुखर्जी की परम्परा के फिल्मकार हैं। अत: सामाजिक सोद्देश्यता की मनोरंजक फिल्म की आशा की जा सकती है।