अभिमन्यु अनत / परिचय

Gadya Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मॉरीशस के हिन्दी कथा-साहित्य के सम्राट हैं। उनका जन्म ९ अगस्त १९३७ को मॉरीशस के उत्तर प्रान्त में स्थित त्रियोले गांव में हुआ। उन्होंने १८ वर्षों से हिन्दी का अध्यापन किया और वे ३ सालों तक युवा मंत्रालय में नाट्य कला विभाग में नाट्य प्रसिक्षक रहे। उन्होंने अपनी उच्च-स्तरीय हिन्दी उपन्यासों और कहानियों के द्वारा मॉरीशस को हिन्दी साहित्य मे मंच पर प्रतिष्ठित किया। अभिमन्यु अनत का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ। आर्थिक कठिनाइयों की वजह से वे सुचारु रूप से औपचारिक शिक्षा अधिक ग्रहण नहीं कर पाए लेकिन अपने श्रम से प्रसिद्ध लेखकों की रचनाओं पढकर उन्होंने अपनी लेखकीय कला का प्रमाण दिया। वे एक सजग, प्रतिबद्ध और कर्मठ रचनाकार हैं। अभिमन्यु अनत 'शबनम'

जन्म 09/08/1937 मारीशस के त्रियोले गाँव में

भाषा

हिंदी

मुख्य कृतियाँ

उपन्यास - लहरों की बेटी, मार्क ट्वेन का स्वर्ग, फैसला आपका, मुडि़या पहाड़, बोल उठा, और नदी बहती रही, आंदोलन, एक बीघा प्या़र, जम गया सूरज, तीसरे किनारे पर, चौथा प्राणी, लाल पसीना, तपती दोपहरी, कुहासे का दायरा, शेफाली, हड़ताल कब होगी, चुन-चुन-चुनाव, अपनी-अपनी सीमा, गांधीजी बोले थे, शब्द, भंग, पसीना बहता रहा, आसमान अपना ऑंगन, अस्ति-अस्तु, हम प्रवासी, अपना मन उपवन कहानी संग्रह - खामोशी की चीत्कार, एक थाली समंदर, इनसान और मशीन, वह बीच का आदमी, अब कल आएगा यमराज नाटक- विरोध, तीन दृश्य, गूँगा इतिहास, रोक दो कान्हा यात्रा-वृत्त यादों का पहला पहर कविता संग्रह- गुलमोहर खौल उठा, नागफनी में उलझी सॉंसें, कैक्टस के दॉंत

सम्मान

साहित्य अकादमी, सोवियत लैंड नेहरु पुरस्कार, मैथिलीशरण गुप्त सम्मान, यशपाल पुरस्कार, जनसंस्कृति सम्मान, उ.प्र. हिन्दी संस्थान पुरस्कार

संपर्क

संवादिता, त्रियोले, रोयल रोड, मारीशस

फोन

230-7147749, 230-2619467