कमाल है! / कल्पना रामानी

Gadya Kosh से
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अपनी सहेली रीना से मिलने आई मीता सोफा पर बैठी ही थी कि एक छोटा सा सुंदर कुत्ता आकर उसके पैरों को चाटने लगा। मीता घबराकर उठ खड़ी हुई और उसे धकेलने लगी, लेकिन रीना के ‘नो जिमी, कम ऑन हियर’ कहते ही वो उसकी तरफ चला गया।

-कमाल है!... मीता बोल पड़ी

रीना खुशी से फूलकर कुप्पा हो गई और बताने लगी कि उसके प्रशिक्षण पर कितनी मेहनत और खर्च किया है। फिर कुत्ते की उपलब्धियाँ गिनाने लगी-

“गो देअर जिमी” ... कुत्ता रीना की इंगित दिशा में चला गया।

-कमाल है!

“टेक दिज़ जिमी”... कुत्ते ने खिलौना ले लिया।

-कमाल है!

लेकिन जब मीता ने कुत्ते को “इधर आओ जिमी” कहकर बुलाया तो वो चुपचाप बैठा रहा। उसने रीना से इसका कारण पूछा तो उसने गर्व से बताया कि हमने इसे अंग्रेज़ी में प्रशिक्षण दिलवाया है... तभी कुत्ता रसोई की तरफ देखते हुए भौंकने लगा।

“इसे अब भूख लगी है, खाना माँग रहा है”। हँसते हुए रीना ने घोषणा की।

-कमाल है! लेकिन यह तो खाना अपनी मातृभाषा में ही माँग रहा है रीना, अगर अंग्रेज़ी में माँगता तो मैं भी तुम्हारे प्रशिक्षण का लोहा मान जाती!