काम का आदमी / दीपक मशाल

Gadya Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

साक्षात्कर्ता १- हाँ तो पंकज जी, आपकी मार्कशीट्स और ये सब सर्टिफिकेट देखे हमने। ये सब बखूबी आपकी योग्यता बयान करते हैं आपके दिए गए जवाबों से भी हम काफी हद तक संतुष्ट हैं, लेकिन फिर भी कुछ ऐसी योग्यता जो हमें एहसास दिला सके कि आप हमारी कम्पनी के लिए सच में उपयोगी हैं।

साक्षात्कर्ता २- अरे आपने अपनी सी।वी। में एक जगह अपने आप का किसी संस्था के सेक्रेटरी होने का जिक्र किया है। हम सब जानना चाहेंगे कि किस तरह की संस्था है यह।

साक्षात्कर्ता ३- ओह तो आप एन.जी.ओ. भी चलाते हैं!! वैरी गुड। यह तो समाज सेवा का काम है भई, बड़े काम के आदमी निकले आप तो मेरा मतलब समाज सेवा करनी भी चाहिए आखिर हम भी तो समाज का एक हिस्सा ही हैं।

साक्षात्कर्ता १- ठीक है आप प्लीज बाहर इन्तेज़ार कीजिये, हम थोड़ी देर में आपको अपना निर्णय सुनाते हैं।

साक्षात्कर्ता २- बधाई हो पंकज जी मैं मैनेजिंग डाइरेक्टर एम एंड एम कंपनी आपको एक योग्य उम्मीदवार मानते हुए अपनी कंपनी ज्वाइन करने का आमंत्रण देता हूँ।

कुछ दिनों बाद कहीं और...

साक्षात्कर्ता १- ह्म्म्म तो आप लगातार प्रथम श्रेणी और कई विषयों में विशेष योग्यता के साथ पास होते रहे हैं, गुड... एम.एस.सी में गोल्ड मेडलिस्ट भी हैं। वैरी गुड। आपके अच्छे चांसेस हैं पंकज जी। एन.जी.ओ से जुड़े हुए हैं यह तो सोने पर सुहागा है। लेकिन यह क्या अनुभव सिर्फ एक महीने का?

साक्षात्कर्ता २- ओह्ह तो मेहरोत्रा जी की एम एंड एम कम्पनी में चयनित हुए थे। और सिर्फ एक महीने रहे!! एन.जी.ओ. के सेक्रेटरी होने के बाद भी, गज़ब बात है। सॉरी मिस्टर पंकज। आप जब उनके काम नहीं आ सके तो हमारे काम कैसे आयेंगे।