चीनी ड्रैगन बनाम शतुरमुर्ग बनाम भारतीय मोर / जयप्रकाश चौकसे

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चीनी ड्रैगन बनाम शतुरमुर्ग बनाम भारतीय मोर
प्रकाशन तिथि : 10 जुलाई 2020


अमेरिका के अध्यक्ष डोनाल्ड ट्रंप की भतीजी मैरी ट्रंप की लिखी हुई किताब ‘टू मच एंड नेवर एनफ, हाऊ माय फैमिली क्रिएट द वर्ल्ड्स मोस्ट डैंजरस मैन’ प्रकाशन हुई है। किताब तेजी से बिक रही है। ट्रंप ने कहा है कि यह किताब पूरी तरह काल्पनिक है और इसमें दिया विवरण असत्य है। यह बयान हर फिल्म में दिए डिस्क्लेमर जैसा है कि फिल्म में प्रस्तुत पात्र और घटनाएं काल्पनिक हैं, तथा किसी से कुछ भी समान होना महज इत्तेफाक है।

हमारी व्यवस्था का अघोषित डिस्क्लेमर कहता है कि सब कुछ काल्पनिक है। व्यवस्था ने कभी कुछ किया ही नहीं कि वह उसका उत्तरदायित्व ले। जैसे कुछ छात्र उत्तर पुस्तिका में एक शब्द भी नहीं लिखता व आशा करते हैं कि स्वच्छता के लिए आरक्षित 5 अंक उन्हें मिलें ।

मैरी ट्रंप ने लिखा कि उसके पिता ने उसे भांति-भांति के कष्ट दिए। यह कुछ हद तक इम्तियाज अली की आलिया भट्ट अभिनीत फिल्म ‘हाईवे’ की तरह है। मैरी ट्रंप का कथन है कि नामी विश्वविद्यालय में दाखिला हासिल करने के लिए ट्रंप ने अपनी जगह एक अन्य व्यक्ति को परीक्षा देने भेजा था। यह घटना भी राजकुमार हीरानी की फिल्म ‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’ जैसी है। मुन्ना भाई के साथियों ने एक व्यक्ति के पिता को बंधक बनाकर उसके पुत्र को मुन्ना भाई की जगह परीक्षा देने भेजा। बंद किए गए उम्रदराज व्यक्ति को कैरम खेलने का शौक है। काली और सफेद गोट के साथ लाल रंग की ‘क्वीन’ को बोर्ड के पॉकेट में डालने के बाद एक और गोट लेने के बाद क्वीन पर अधिकार पुख्ता होता है। यह कमोवेश ऐसा ही है, जैसा कि नेता चुन लिए जाने के बाद सदन में बहुमत सिद्ध करना होता है। आजकल विधायक बंधक बनाए जाते हैं और उनपर नियंत्रण रखना मेंढक तोलने जैसा है। वे उछल-उछल जाते हैं। परीक्षा में नकल के मामले में याद आता है कि नकल की पर्चियां बारीक अक्षरों में बनाना व उन्हें छुपाकर परीक्षा भवन में ले जाना बड़ा कष्टकर काम है। इससे कम परिश्रम में परीक्षा सीधे, ईमानदारी से पास कर सकते हैं। एक नकल विशेषज्ञ का कहना था कि नकल करने में एक थ्रिल, एक उत्तेजना है, जो सीधे सरल ढंग में नहीं मिलती। अमेरिकन फिल्म ‘बोनी एंड क्लाइड’ में पात्र उत्तेजना की खातिर चोरी करते हैं। उन्हें पैसे की आवश्यकता नहीं है। इसी फिल्म का चरबा ‘बंटी और बबली’ था। शांताराम ने 1941 में ‘आदमी’ नामक फिल्म में एक पुलिस इंस्पेक्टर और तवायफ की प्रेमकथा प्रस्तुत की थी। इसी फिल्म से समानता रखने वाली फिल्म ‘इरमा लॉ डाउज’ 1961 में प्रदर्शित हुई। एक दशक बाद ‘इरमा लॉ डाउज’ से प्रेरित फिल्म ‘मनोरंजन’ शम्मी कपूर ने निर्देशित की थी। फिल्म का गीत है ‘कितना प्यारा वादा है ये गोया कि चुनांचे।’ ‘गोया कि’ और ‘चुनांचे’ समानार्थी शब्द हैं। इस फिल्म के विटी संवाद अबरार अल्वी ने लिखे थे।

मैरी ट्रंप अपने ताऊ डोनाल्ड ट्रंप को विश्व का सबसे खतरनाक व्यक्ति मानती हैं। गौरतलब है कि ट्रंप की तरह के ही कुछ लोग अन्य देशों में भी सत्ता पर काबिज हैं। चीन के हुक्मरान के बारे में क्या कह सकते हैं। यहां तक कि भारत के एक प्रांत में प्रायोजित एनकाउंटर में एक आरोपी मार दिया गया। सुभाष कपूर की फिल्म ‘जॉली एलएलबी 2’ में ऐसी घटना प्रस्तुत की गई है। सुभाष कपूर की फिल्म ‘बुरे फंसे ओबामा’ ने एक प्रांत के अपहरण उद्योग का विवरण प्रस्तुत किया गया था। मुद्दे की बात यह है कि क्या सुभाष कपूर इस किताब से प्रेरित फिल्म बनाएंगे? ओबामा से ट्रंप तक आते-आते अमेरिका बहुत बदल गया है। व्यवहार कुशल से तर्कहीन हो गया है। कोरोना ने आगामी आर्थिक मंदी की पृष्ठभूमि रच दी है। क्या व्यवस्थाएं 2022 को आने वाली मंदी के लिए तैयार हैं? तूफान को आता देख शतुरमुर्ग रेत में अपनी गर्दन छुपा लेता है। मुकाबला 3 पक्षों के बीच है चीनी ड्रैगन, शतुरमुर्ग और भारतीय मोर नतीजा स्पष्ट है लहूलुहान आम जनता।