टल्ली / सपना मांगलिक

Gadya Kosh से
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तेज रफ़्तार से आती हौंडा सिविक ने बाइक सवार दम्पति को गिरा दिया। इस बाइक पर गर्भवती महिला अपने पति के साथ सवार थी। आस पास के लोगों ने बड़ी मुश्किल से गाडी को रुकवाया। गाड़ी से उनतीस-तीस वर्ष की युवती जो बाजू रहित टॉप और चुस्त जींस पहने थी लडखडाती हुई बहार निकली उसके मुंह से विकट दुर्गन्ध आ रही थी उसने अंग्रेजी में बड़ी-बड़ी गलियां देते हुए घृणा भाव से गर्भवती को देखा और तमतमा कर बोली –"यू डाउन मार्किट लेडी हिम्मत कैसे की मुझे रोकने की"। उसकी इस बदतमीजी पर महिला का पति बिफरकर उसे भला बुरा कहने लगा प्रत्युत्तर में युवती ने उस भद्र पुरुष को ही थप्पड़ जड़ दिया। आस पास के लोगों ने उसे समझाना चाहा तो उसने उनसे भी धक्का-मुक्की शुरू कर दी। इतने में युवती ने सब को छठी का दूध पिलाने की धमकी देकर एक फोन घुमाया और कुछ ही देर में आठ-दस युवा बाइक पर सवार हो आये और पीड़ित व्यक्ति के साथ मारपीट करने लगे।मामला बिगड़ता देख किसी ने पुलिस को फोन कर दिया। पुलिस ने युवती और साथियों को गिरफ्तार कर लिया लेकिन युवती पुलिस इन्स्पेक्टर को नौकरी से सस्पेंड करने की धमकी अपनी उन्ही भारी भरकम गालियों के साथ दिए जा रही थी। थाणे में युवती से पिता का नंबर पूछ फोन लगाया गया। पिता सांसद थे उन्होंने जमानत देकर युवती और साथियों को छुडवा लिया। पीड़ित को भी कोने में ले जाकर कुछ समझा बुझाकर चलता किया। जाते-जाते भी युवती इन्स्पेक्टर को भद्दी-भद्दी गलियां दिए जा रही थी। हेड कांस्टेबल ने इन्स्पेक्टर से कहा –"सर जी ये तो मर्दों से भी ज़्यादा टल्ली निकली" इन्स्पेक्टर-सत्ता का नशा सत्ताधारियों के साथ-साथ उनके परिवार को भी टल्ली कर देता है। भुगतना आम जनता को पड़ता है"।