डिस्चार्ज सेटिस्फेक्शन / अन्तरा करवड़े

Gadya Kosh से
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"देखिये मल्होत्रा जी ! मॅडम के रिस्पॉन्सेस तो ठीक है लेकिन अभी मेरा सेटिस्फेक्शन लेवल तो नहीं बोलता कि डिस्चार्ज दूँ। आगे आपकी मर्जी!"


"देखिये डॉक्टर साहब! मधु को तो मैंने पूरा - पूरा आपके भरोसे कर रखा है। उसकी बीमारी क्यों पकड़ में नहीं आ रही है इसकी चिंता तो मुझे भी है। आप तो अपने हिसाब से उसका इलाज कीजीये।"


"ठीक है। तो फिर ये कुछ टेस्ट करवाने होंगे उनके। और याद रहे! सिर्फ श्रेया पॅथालॉजी में ही।"


"जी"


.....................


"श्रेया लॅब से बोल रहे है?"


"जी! कहिये!"


"मॅडम से बात करवाईये। मैं डॉ झा बोल रहा हूँ।"


"जी!"


"हैल्लो डॉ झा! कहिये¸ किसकी इन्टीमेशन है इस बार?"


"मॅडम! आपको न सिर्फ पॅथालॉजिस्ट बल्कि टेलीपॅथिस्ट भी होना चाहिये था। कितनी खूबसूरती से मन की बात जान लेती है आप! जवाब नहीं।"


"कहिये ना! कौन है इस बार?"


"मिस्टर मल्होत्रा। उनकी पत्नी के कुछ सेंपल्स आऐंगे आपके पास। रिपोट्‌र्स से डिस्चार्ज सेटिस्फेक्शन हफ्ते भर आगे बढ़ जाना चाहिये। आई विल बी वर्किंग फॉर फिफ्टीन पर्सेंट।"


"श्योर! ड़न!"


मल्होत्रा साहब बेटे को फोन लगा रहे थे।


"बेटे! तबियत ज्यादा खराब है। बीस की व्यवस्था और करनी होगी।"