दो कलियां सावन की, प्रीत बचपन की / जयप्रकाश चौकसे

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दो कलियां सावन की, प्रीत बचपन की
प्रकाशन तिथि :13 जुलाई 2016



करीना कपूर ने इच्छा जाहिर की है कि वे अपनी बड़ी बहन करिश्मा कपूर के साथ दो बहनों के जीवन पर एक फिल्म करना चाहेंगी। उषा किरण और वैजयंतीमाला ने दो बहनों की एक ही व्यक्ति से प्रेम की कहानी राजकपूर अभिनीत 'नज़राना' में काम किया था। इसी फिल्म को थोड़े हेर-फेर के साथ बाद में जया प्रदा और श्रीदेवी अभिनीत 'तोहफा' में प्रस्तुत किया गया। गुरुदत्त की मृत्यु के बाद उनके भाई आत्माराम ने उनकी पटकथा पर तनुजा अभिनीत एक फिल्म दो बहनों की प्रेमकथा पर बनाई थी। गुरुदत्त की फिल्म का नाम था 'बहारें फिर भी आएंगी।' दरअसल इसी तरह की फिल्म बिमल रॉय ने बंगाल में बनाई थी। दरअसल, दो भाइयों पर दो बहनों से अधिक फिल्में बनी हैं, क्योंकि पुरुष केंद्रित समाज और सिनेमा में ये तो होना ही था। लगभग सात दशक पूर्व हॉलीवुड में भी दो बहनों के जीवन और प्रेम पर एक फिल्म बनी थी, जिसमें एक पहाड़ी स्थान पर दो बहनें अपने पिता के स्वर्गवास के बाद एक छोटा-सा होटल चलाती हैं। उस होटल में एक कवि आकर रुकता है और छोटी बहन से उसे प्यार हो जाता है, परंतु वह नहीं जानता कि बड़ी बहन भी उसे प्रेम करती है। दरअसल, छोटी बहन ने अपनी बड़ी बहन से अपने प्रेम की बात की थी और उससे सलाह ली थी कि वह किस तरह उस कवि को लुभाये और उसी के तौर तरीकों से उसने कवि का दिल जीता।

दोनों विवाह करके चले गए और कुछ समय बाद जब लौटे तो उन्हें ज्ञात हुआ कि बड़ी बहन चर्च में नन बन गई है। बड़ी बहन की डायरी से उन्हें ज्ञात हुआ कि वह भी कवि से प्रेम करती थी, परंतु उसका मन जानने के बाद वह स्वयं पीछे हट गई, किंतु उसके प्रेम की भावना में इतनी तीव्रता थी कि वह लगभग पागल-सी हो गई थी। उसी समय चर्च के प्रधान की सलाह से उसने चर्च में नन बनकर समाज और ईसा मसीह की सेवा में जीवन बिताने का निर्णय लिया। छोटी बहन और उसके पति चर्च जाकर उससे मिले और छोटी बहन ने यह तक कहा कि वह अपने पति को तलाक देगी, ताकि वह उससे विवाह कर सके। बड़ी बहन ने कहा कि वह दुखी जन और बीमारों की सेवा टहल में रम गई है और भौतिक जीवन का कोई प्रलोभन उसे अपने पथ से डिगा नहीं सकता। अपने प्रेम प्रकरण में पीछे हटने से ही उसे अध्यात्मिक शांति प्राप्त हुई और वह अपनी छोटी बहन तथा उसके कवि पति की आभारी है कि उसे यह दिव्य राह प्राप्त हुई है।

करिश्मा कपूर को फिल्म उद्योग में बड़ा संघर्ष करना पड़ा और उस दौर में उसने बहुत-सी फिल्में की, जिनमें उसे 'सरकाइलो खटिया जाड़ा लगे' जैसे अश्लीलता की सीमा तक पहुंचे गीतों पर भी ठुमकना पड़ा, परंतु आमिर खान के साथ 'राजा हिंदुस्तानी' में उसने प्रभावोत्पादक अभिनय किया। यशराज चोपड़ा की एक फिल्म में उसने प्रेम में विफल होने वाली लड़की की भूमिका अत्यंत अच्छे ढंग से अभिनीत की। करिश्मा और अभिषेक बच्चन का प्रेम हुआ, परंतु विवाह नहीं हो पाया, क्योंकि उनके बड़ों के बीच कुछ गलतफहमी थी और अभिषेक बच्चन ने अपने प्रेम के लिए उस समय जद्‌दोजहद की, जब करिश्मा की शादी दिल्ली के उद्योगपति घराने के युवा से तय हो चुकी थी। उन दिनों अमर सिंह उनके बहुत निकट थे और उन्होंने भी प्रयास किया, परंतु तब तक देर हो चुकी थी। करिश्मा के पति उद्योगपति संजय सिंह से उनका रिश्ता बहुत सुखद नहीं रहा और कुछ माह पूर्व ही उनके तलाक पर अदालती मुहर लग चुकी है। अब करिश्मा यूनियन पार्क में तलाक समझौते में मिले अपने प्लैट में अपने बच्चों के साथ रहती हैं। करिश्मा ने हाल ही में कुछ विज्ञापन फिल्मों में काम किया है। उन्हें सामान्य तलाकशुदा महिला की तरह कोई आर्थिक अभाव नहीं है, परंतु अभिनय की इच्छा उसके मन में है, क्योंकि वे 'शो मस्ट गो ऑन' कपूरियन पाठशाला व परिवार की कन्या हैं। उनके लिए अभिनय से मुक्त होना संभव नहीं है।

आज करिश्मा चुस्त-दुरुस्त हैं और जीवन के कड़वे अनुभवों का कोई प्रभाव उनके शरीर पर दिखाई नहीं देता। भीतरी चोटों से रिसाव हो रहा होगा, परंतु कलाकार उसे छुपाए रखने में सक्षम होते हैं। करीना की तुलना में करिश्मा बहुत सरल व सीधी हैं, परंतु जीवन ने उन्हें आंकी-बांकी पथरीली राहें ही दी हैं, जबकि करीना सपाट राज पथ पर चली हैं और उन्हें राह के कांटे भी नहीं चुभे हैं। 'दो कलियां सावन की, ए राजमुकुट पर तो दूजी शवयात्रा पर फेंकी गई हैं।' अब पिता रणधीर कपूर को ही अपनी दोनों पुत्रियों और दामाद सैफ के साथ फिल्म बनानी चाहिए और बबीता भी उम्रदराज पात्र की भूमिका कर सकती हैं। ज्ञातव्य है कि रणधीर कपूर की पहली फिल्म 'कल आज और कल' में उनके दादा पृथ्वीराज, पिता राजकपूर और उस समय की प्रेमिका बबीता ने काम किया था। समय आ गया है, जब रणधीर कपूर अपनी केंचुल फेंक नए अवतार में सामने आएं। रणधीर की फिल्म में गीत था, तुम जब होगी पचपन की, बोलो प्रीत निभाओगी क्या तब भी अपने बचपन की। अब गेंद उनके पाले में है।