पहचान / ख़लील जिब्रान / बलराम अग्रवाल

Gadya Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

शुक्र मनाओ कि तुम्हें अपने बाप के नाम या अपने चाचा की दौलत की बदौलत नहीं जाना जाता।

लेकिन इस से भी बड़ी बात यह है कि कोई दूसरा भी तुम्हारे नाम या तुम्हारी दौलत की बदौलत न जाना जाए।