प्रांतीय एकीकरण कमेटियाँ / कांग्रेस-तब और अब / सहजानन्द सरस्वती

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संयुक्त उग्रदली मोर्चे की तात्कालिक जरूरत चूँकि विभिन्न प्रांतों और रियासतों में संयुक्त प्रचार और आंदोलन की नींव डालना है इसलिए मोर्चे के कार्यक्रम को फौरन अमल में लाने के लिए, आपसी मतभेदों को तय करने के लिए, और जन-संगठनों के कामों को एक करने के लिए प्रांतों में उग्रदली मोर्चा एकीकरण कमेटियों का निर्माण किया जाएगा। इन कमेटियों में यहाँ उपस्थित पार्टियों के प्रतिनिधि (और दूसरी पार्टियों और जन-संगठनों के, जब वे मोर्चे में प्रवेश करेंगे) होंगे।

एकीकरण कमेटियों में जो फैसले किए जाएँगे सबकी राय से। फैसले ऐसे नहीं होंगे जो जन-संगठनों द्वारा उनके विधान के अनुसार अमल में न लाए जा सकें।

केंद्र में इस वक्त केवल एक संयोजक रहेगा जो कि जरूरी समझने पर या शरीक पार्टियों में एक चौथाई की माँग पर सभी शरीक और आगे शरीक होनेवाली पार्टियों और संगठनों की बैठक बुलाएगा।

हमें इस बात का दुख है कि इस सम्मेलन में दो-एक उग्रदली पार्टियाँ मौजूद नहीं हैं। उग्रदली मोर्चे का काम किसी पार्टी या संगठन के लिए रुका नहीं रह सकता। मगर उसका दरवाजा हमारे कार्यक्रम को माननेवाली हर पार्टी और संगठन के लिए सदा खुला रहेगा और हम उनका हृदय से स्वागत करेंगे। हमें यह ऐलान कबूल है।

(1) स्वामी सहजानंद सरस्वती, (2) सोमनाथ लाहिड़ी (हिंदुस्तानी कम्युनिस्ट पार्टी), (3) राजदेव सिंह, प्रधानमंत्री, सोशलिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, (4) यमुना कार्यी, प्रधानमंत्री, बिहार प्रांतीय किसान सभा, (5) शीलभद्र यात्री, प्रधानमंत्री अखिल भारतीय फारवर्ड ब्लाक; (6) ओंकार नाथ शास्त्री, प्रधानमंत्री, रिवाल्यूशनरी वर्कर्स पार्टी ऑफ इंडिया (त्रात्स्कीवादी, चतुर्थ अंतर्राष्ट्रीय), (7) रामचंद्र राय, बोलशेविक पार्टी, ऑफ इंडिया 22 डी.एन. सेन लेन, काशी, पो.ठ कुरिया, कलकत्ता; (8) अजित राय, बोलशेविक लेनिनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया पो. 913, संचार एवेन्यु, कलकत्ता 13; (9) मुघींद्र नाथ कुमार, रिवाल्यूशनरी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, 5-1 राममय रोड, कलकत्ता; (10) सुशील भट्टाचार्य, रिवाल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी; (11) साधन गुप्ता, हिंदुस्तान खान मजदूर संघ (12) जीवन लाल चटर्जी, डिमोक्रेटिक वैनगार्ड, (13) पंकज कुमार दास; कम्युनिस्ट वर्कर्स लीग ऑफ इंडिया, (14) परमानंद प्रसाद, किसान सभा; (15) टी. परमानंद, मजदूर सभा; (16) सोशलिस्ट सेंटर; (17) कम्युनिस्ट वर्कर्स पार्टी ऑफ इंडिया; (18) श्रीमती रामदुलारी सिंह प्रांतीय सुगर फेडरेशन।

प्रस्ताव

(1) संयुक्त उग्रदली मोर्चे की स्थापना पर बयान का यह मसविदा तसदीक होने तक मंजूर किया जाता है।

(2) केंद्र में का. शीलभद्र यात्री मोर्चे की सभाओं के संयोजक नियुक्त किए जाते हैं।

(3) संयुक्त किसान सभा बनाने के लिए बैठक बुलाने के लिए का. स्वामी सहजानंद सरस्वती संयोजक नियुक्त किए जाते हैं।

15-16 अप्रैल, 1948, पटना, नया बिहार प्रेस लि. पटना