प्रार्थना / खलील जिब्रान / सुकेश साहनी

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(अनुवाद :सुकेश साहनी)

हे ईश्वर! मेरा कोई शत्रु नहीं है। यदि भविष्य में मेरा कोई शत्रु हो जाए तो उसे खूब नाप जोख कर मेरे जितना ही बलशाली बनाना ताकि अंत में जीत सच्चाई की हो।