प्रेम की मौत / एक्वेरियम / ममता व्यास

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कुछ रिश्तों की डोर ऊपर आसमान में बंधी होती है। उन्हें इस धरती पर रहकर नहीं समझा जा सकता। वे बनते-बिगड़ते भी आसमान में ही हैं उन पवित्र रिश्तों को धरती पर समझने की कोशिश मत करना वरना रिश्ते बदसूरत हो जायेंगे और अपनी सुगंध खो देंगे। न-न ...छूना तो हरगिज नहीं, मैले हो जायेंगे। बस आँखें मूंद कर महसूस करना और खुद को सौंप देना मुस्कुरा कर।

...और जो तुम ऐसा न कर सको तो प्रेम कविता लिखना।

प्रेम को कई तरीकों से व्यक्त करना, विरह की व्याख्या करना, प्रेम पर महाकाव्य लिखना, देखना तुम एक दिन इस धरती के प्रसिद्ध प्रेम-कवि बन जाओगे दुनिया तुमसे प्रेम के ढंग और रंग सीखने आएगी तुम उन्हें बतलाओगे प्रेम के मायने, प्रेम की परिभाषा और प्रेम के दुखद परिणाम, तुम कहोगे हर प्रेमी एक धीमी मौत मरता है, तुम कहोगे प्रेम इस धरती की सबसे जानलेवा शै है। इससे बचने के तरीके सुझाओगे। दुनिया तुमसे प्रेम करेगी लेकिन तुम किसी से कभी प्रेम नहीं कर पाओगे, कभी नहीं समझ पाओगे अपने भीतर की बेचैनी को, प्यास को, अवसाद को...और एक दिन तुम प्रेम की मौत मारे जाओगे।