फणीश्वरनाथ रेणु / परिचय

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फणीश्वरनाथ रेणू जन्म 4 मार्च 1921। जन्म स्थान-औराडी हिंगन्ना, जिला-पूर्णियां, बिहार। जबसे होश संभाला शोषण-दमन के खिलाफ लड़ाई में शामिल रहे। इस प्रसंग में सोशलिस्ट पार्टी में शामिल। 1942 के भारत-छोड़ो आंन्दोलन में प्रमुखता से भाग लिया।

1954 में ‘मैला आँचल’ उपन्यास प्रकाशित। इससे हिन्दी के कथाकार के रूप में अभूतपूर्व प्रतिष्ठा मिली।

अन्य रचनाएँ - परती परिकथा, दीर्घतया, जुलूस, पलटू बाबू रोड आदि उपन्यास, ठुमरी, अगिनखोर, आदिम रात्रि की महक, एक श्रावणी दोपहरी की धूप, आदि। कहानी संग्रह, ऋणजल-धनजल, वन तुलसी की गंध, श्रुत-अश्रुत पूर्व आदि संस्मरण, नेपाली क्रान्ति कथा (रिपोर्ताज)।

11 अप्रैल, 1977 को पटना में आखिरी सांस ली।