बायस्कोप / सुशोभित
Gadya Kosh से
बायस्कोप
सुशोभित
सुशोभित
किस्सों, आपबीतियों और गप्प की नई किताब
समर्पण
मेरे गृहनगर उज्जैन के लिए
जो की इन तमाम कहानियों का
देशबंधु और मुख्य अभिनेता है
अनुक्रम
खण्ड 1 - बहिरंग : जीवन के विश्वविद्यालय
- जरायमपेशा की जुड़वां बेटियां / बायस्कोप / सुशोभित
- ट्रक चलाने वाला दोस्त / बायस्कोप / सुशोभित
- बाबू ख़ां मदार गेट वाले का किस्सा / बायस्कोप / सुशोभित
- पेपर-सेठ / बायस्कोप / सुशोभित
- किताबों की दुकान में चाकरी / बायस्कोप / सुशोभित
- नेमि चंद्र की कथा / बायस्कोप / सुशोभित
- एक ग्राम-निशा का बायस्कोप / बायस्कोप / सुशोभित
- रावण आया! / बायस्कोप / सुशोभित
- रफी साहब का दीवाना / बायस्कोप / सुशोभित
- सौ रुपए का नोट / बायस्कोप / सुशोभित
- त्रिलोक नाथ की फ़ज़ीहत / बायस्कोप / सुशोभित
- साइकिल चोरी हो जाने का क़िस्सा / बायस्कोप / सुशोभित
- एक पागल औरत का किस्सा / बायस्कोप / सुशोभित
- बरसात में गुमटी / बायस्कोप / सुशोभित
- दसवीं की मार्कशीट / बायस्कोप / सुशोभित
- आम का झोलिया / बायस्कोप / सुशोभित
- एक क़स्बे का नदी - किनारा / बायस्कोप / सुशोभित
- नदी किनारे ध्यान लगाने के वृत्तांत / बायस्कोप / सुशोभित
- पिक्चर देखने जाना / बायस्कोप / सुशोभित
- मेरी पहली कहानी / बायस्कोप / सुशोभित
- नमक का कर्ज़ / बायस्कोप / सुशोभित
- हुकुम सेठ और पंड्या जी / बायस्कोप / सुशोभित
खण्ड 2 - अंतरंग : अनुरागी के अनेक राग
- पैठण की गायिका / बायस्कोप / सुशोभित
- पड़ोस में प्रेमिका / बायस्कोप / सुशोभित
- गहनों से लदी दुल्हन भगाना / बायस्कोप / सुशोभित
- बचपन की सहेली / बायस्कोप / सुशोभित
- किताब में गुलाब / बायस्कोप / सुशोभित
- प्रेम के चूके हुए अवसर / बायस्कोप / सुशोभित
- ब्याह के लिए लड़की देखने का किस्सा ! / बायस्कोप / सुशोभित
- लव इन यूथ फेस्ट / बायस्कोप / सुशोभित
- उसने कहा था / बायस्कोप / सुशोभित
- डाउन / बायस्कोप / सुशोभित
- मेरी टीचर्स की स्मृतियां / बायस्कोप / सुशोभित