रणविजय / परिचय

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Engineer by qualification, Beaurocrat by profession, Writer by passion.

पढाई से इंजीनियर , व्यवसाय से ब्यूरोक्रेट और फितरत से साहित्यकार। लेखक श्री रणविजय का जन्म फैजाबाद जिले के एक गाँव में सन 1977 में हुआ। उनकी आरम्भिक पढाई लिखाई गाँव में हुई, उसके बाद उनका चयन भारत सरकार के नये नये खुले स्कूल ‘नवोदय विद्यालय‘ में हो गया। वहाँ पर उन्होंने कक्षा 6-12 की पढाई , 1986-1993 के बीच पूरी की। वे इस स्कूल के टॉपर रहे। वे गणित के अच्छे विद्यार्थी थे और अगले ही साल इंजीनिरिंग की प्रादेशिक परीक्षा में स्थान पाकर विद्युत् इंजीनिरिंग पढ़ने पंतनगर विश्वविद्यालय चले गये। 1994-1998 उन्होंने बी टेक की पढाई की। ग्रेजुएशन के बाद उनका रुझान सरकारी सेवाओं की तरफ हो गया। उन्होंने अपने प्रथम प्रयास में ही UPPCS और IES की सेवाओं में रैंक हासिल किया और तीसरे प्रयास में वे IAS (सिविल सेवा परीक्षा ) की परीक्षा में भी सफल रहे। श्री रणविजय, भारत सरकार में सन 2000 से भारतीय रेल सेवा के अधिकारी हैं। वर्तमान समय में वे रेल मंत्रालय के एक उपक्रम DFCCIL में महाप्रबंधक के पद पर दिल्ली में तैनात हैं।

बचपन से ही रणविजय पुस्तकों के दीवाने रहे। कहानियाँ, उपन्यास उन्हें लुभाते रहे और एक विपरीत स्ट्रीम में दीक्षित होते हुए भी उनका हिंदी साहित्य से साथ नहीं छूटा। रणविजय की अब तक (2025) पाँच पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। रणविजय ज़्यादातर उन विषयों पर लिखना चाहते हैं जिन पर हिंदी साहित्य में कम काम हुआ हो। इसी के साथ वे हिंदी पाठकों को कठिन, दुरूह लगने वाले विषयों की समझ में विस्तार करना चाहते। वे तमाम हिंदी पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहे हैं।