रितिक-करीना की 'शुद्धि' स्थगित ? / जयप्रकाश चौकसे

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रितिक-करीना की 'शुद्धि' स्थगित ?
प्रकाशन तिथि : 28 जनवरी 2014


करण जौहर की 150 करोड़ रुपयों में बनने वाली 'शुद्धि' में रितिक रोशन और करीना कपूर काम करने वाले हैं। यह घोषणा विगत वर्ष हुई थी और योजना के हिसाब से जनवरी 14 में शूटिंग प्रारंभ होने वाली थी। रितिक को कोई बीमारी थी जिसकी शल्य क्रिया के लिए वह अमेरिका गया था जहां सफलता मिली और उसके बाद उसके और पत्नी सुजैन के अलग होने के समाचार आए। उसकी बीमारी के कारण 'बैंग बैंग' की शूटिंग स्थगित हो गई और अब उसकी प्राथमिकता 'बैंग बैंग' है जिसके स्थगन के कारण कटरीना कैफ के भी दो महीने बिना काम के निकल गए और अब उसकी प्राथमिकता 'जग्गा जासूस' है जिसमें उसके अंतरंग मित्र रनवीर कपूर न केवल नायक है वरन् निर्माण में भागीदार भी हैं। दुर्घटनाओं और बीमारियों पर किसी का बस नहीं चलता परंतु फिल्म में अनेक कलाकार और तकनीशियनों की डायरी के पन्नों में काट-छांट करके समय कहीं और आंवटित किया जाता है। ज्ञातव्य है कि 'धूम' की शूटिंग के अनेक कारणों से रद्द होने के कारण कटरीना सन् 13 में कोई अन्य फिल्म नहीं कर पाई।

बहरहाल 'शुद्धि' के स्थगन का एक और कारण भी संभव है जिसे जानने के लिए हमें थोड़ा विगत में जाना होगा। ज्ञातव्य है कि राकेश रोशन ने अपने पुत्र रितिक की पहली फिल्म 'कहो ना प्यार है' में करीना के साथ दस दिन शूटिंग की थी। पानी के एक जहाज में मुंबई से बैंकाक तक की यात्रा में लम्बे शूटिंग दौर की योजना महीनों पूर्व कर ली गई थी और करीना के द्वारा अपने विशेष मेकअप मैन को साथ ले जाने की जिद के कारण अनुशासन प्रिय राकेश रोशन ने झुकने के बदले करीना को ही फिल्म से हटा दिया और अमीषा पटेल को लेकर सुपरहिट फिल्म बनाई।

उन दस दिनों में ही करीना दिलोजान से रितिक को चाहने लगी थी और दोनों की फिल्म 'यादें' के निर्माण के पूर्व ही रितिक तथा सुजैन का विवाह हो गया था और सुजैन को भी इस पनप सकने वाले रिश्ते का अनुमान था, अत: उसने 'कभी खुशी कभी गम' के बाद उन दोनों को साथ काम करने नहीं दिया। अब तो करीना कपूर विवाहित है और सैफ अली खान के साथ सानंद रह रही हैं परंतु रिश्तों की राख के भीतर किसी नन्ही सी चिंगारी के बने रहने से इनकार नहीं किया जा सकता। सुजैन तो विगत एक वर्ष से ही अपने पति से अलग रह रही है परंतु रितिक द्वारा भी अपने माता पिता से अलग होकर अपने फ्लैट में चले जाने का निर्णय कुछ इस तरह का संकेत कर रहा है कि सुजैन और रितिक पुन: साथ आ सकते हैं और अगर सुजैन को अपनी सास या अपने पति के स्वतंत्र रूप से नहीं रहने की कोई शिकायत थी तो वह दूर हो सकती है। इस बदले समीकरण में रितिक करीना के साथ फिल्म शायद न करना चाहें ताकि सुजैन पूरी तरह से मुतमइन हो सके। यह सब एक आकलन मात्र है परंतु संभाव्य की सीमा में आने वाला आकलन है।

जब दो व्यक्तियों के रिश्ते में दरार आती है तब उनसे जुड़े अनेक लोगों के जीवन पर उसका असर पड़ता है। आणविक विस्फोट जिस जगह होता है उससे मीलों दूर बसे क्षेत्रों पर भी आणविक विकिरण का प्रभाव होता है। इतना ही नहीं आणविक विकिरण से प्रभावित लोगों की गर्भस्थ संतानों के भावी जीवन पर भी बीमारियों के बादल छाये रहते हैं। इसलिए एकांगी राष्ट्रभक्ति के नकली ज्वार को जगाने वाले नहीं जानते कि सत्ता स्वार्थ के लिए घेड़े अकारण युद्ध का क्या असर कितने लंबे समय तक चलता है। महान रवीन्द्रनाथ टैगोर ने गांधीजी को पत्र लिखा था कि देश को स्वतंत्र कराने के लिए राष्ट्रवाद की भावना जगानी पड़ती है परंतु इसको तीव्र करने पर आगे जाकर अन्य देशों से संबंध में एक अकारण अनचाही नफरत का जन्म भी हो सकता है जो विश्व शांति के लिए खतरा हो सकती है। अखिल विश्व की समग्र मानवता की आदर्श अवधारणा भी संकीर्ण राष्ट्रवाद से खंडित हो सकती है।

बहरहाल सुपर सितारों की मोहब्बत या शादी में दरार से कई जीवन जुड़े होते हैं, हर मानवीय रिश्ते बहुमूल्य होता है परंतु भावनाओं की अति और मिथ्या लहर से बचते हुए आपसी समझदारी और संवेदनशीलता से रिश्ते बचाए जा सकते हैं। इतना ही नहीं वरन् टूट कर जुडऩे वाले रिश्तों में प्रेम की अनुभूति तीव्र आ जाती है क्योंकि एक बार विरह सहने वाले के लिए मिलन अत्यंत सार्थक हो जाता है। एक अनामफिल्मी गीतकर की पंक्तियां हैं-विरह ने कलेजा यूं छलनी किया, जैसे जंगल में बांसुरी पड़ी हो'