लिक्विड पब / सेवा सदन प्रसाद

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'लिक्विड पब' में होने वाले शोर-गुल से आस-पास के सारे बिल्डिंग वाले परेशान थे। देर रात तक लड़के-लड़कियों का 'लिक्विड पब' में आना एक रहस्य बना हुआ था।

'लिक्विड पब' लाइसेंस शुदा ठिकाना है जहां नौजवान लड़के लड़कियां इकट्ठा हो कर डीजे के धुन पर नाचते गाते हैं और ये लोग देर रात तक धमाल मचाते है।

'सोशल क्लब' के नाम से चर्चित ऐसे पब की असलियत से काफी लोग अनभिज्ञ रहते है पर पत्रकार एक सजग एवं जिम्मेदार नागरिक होता है। समीर एक पत्रकार था और उसी इलाके में रहता था। वह लोगों के चेहरे पर व्याप्त जिज्ञासा के भावों कोे पढ़ रहा था। कुछ लोगों के चेहरे पर भय एवं आक्रोश के भी भाव भी दिखे। पहले तो वह एक ग्राहक बनकर पब के अंदर गया। 'लिक्विड पब' की असलियत से वाकिफ होकर हैरान रह गया।

वहां ड्रग्स एवं चरस भी उपलब्ध होते है, देर रात तक देह-व्यापर का कारोबार भी होता। पत्रकारिता में माहिर समीर बड़ी ही सावधानी से वहाँ की असलियत को मोबाईल पर कैद कर ड़ाला।

दूसरे दिन ही पुलिस का छापा पड़ा। कई लड़कियों के साथ मकान-मालकिन कों भी गिरफ्तार किया गया। फ्लैट को 'सील' कर दिया गया। इलाके में शांति छा गई. खुशी से बगैर नशे के लोग झूमने लगे।