वेलेंटाइन डे / एस. मनोज

Gadya Kosh से
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जानते हो अतुल, आज वैलेंटाइन डे है।

हाँ, जानता हूँ। पर क्यों?

आज मुझे तुझसे दिल की बात कहनी है। कौन-सी बात?

वादा करो कि तुम मेरी बात मानोगे।

कौन-सी बात?

कि मैं तुमसे प्यार करती हूँ और मन ही मन अपना संपूर्ण जीवन तुझे दे चुकी हूँ।

लेकिन मैं तो तुमसे प्यार नहीं करता।

कोई बात नहीं। अब करो।

अभी भी नहीं कर सकता।

ऐसा भी कहीं हो सकता है कि मैं तुमसे प्यार नहीं करता और तुम मुझसे प्यार करती हो।

क्यों नहीं हो सकता है। होता है।

ऐसा कोई उदाहरण है तेरे पास?

हाँ बिल्कुल है। देश की जनता अपने प्रधान सेवक से प्यार करती है और वे उससे प्यार नहीं करते। वे सरकारी नौकरी के पदों को समाप्त कर उसे पकौड़ा बेचकर जीवन यापन का सुझाव देते हैं।