शुक्ल का पत्र माधव प्रसाद के नाम

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श्रीयुत् मन्त्री

नागरीप्रचारिणी सभा

काशी

प्रियवर,

संक्षिप्त शब्दसागर की छपाई के सम्बन्ध में आपका पत्र नं. 906/37 मिला। उत्तर में निवेदन है कि हेड कम्पोजिटर जिस दिन चाहे संध्या के समय आ सकता है। अच्छा होगा कि बाबू श्यामसुन्दरदासजी के मकान पर वह आ जाए। वहीं उनके सामने सब बातें स्थिर हो जायंगी। इंडियन प्रेस का वह पत्र जिसमें छपाई के ढंग का प्रस्ताव है साथ रहना चाहिए।

कम्पोजिटर शनिवार के पहले आ जाए तो अच्छा है।

भवदीय

रामचन्द्र शुक्ल

[हिन्दी शब्द सागर के संक्षिप्त संस्करण में व्यवहृत चिद्दों आदि को लेकर इंडियन प्रेस के मैनेजर ने कुछ प्रस्ताव किए थे। इन प्रस्तावों को बाबू श्यामसुन्दरदास ने स्वीकार कर लिया था। इन प्रस्तावों के अनुसार प्रेस कापी को ठीक करने और उसमें आवश्यक संशोधान करने हेतु आ. शुक्ल को माघव प्रसाद ने प्रधानमन्त्री सभा की हैसियत से पत्र लिखा था। आचार्य शुक्ल का यह पत्रा उक्त पत्र का जवाब है]