सुशील कुमार फुल्ल / परिचय

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 सुशील कुमार फुल्ल की रचनाएँ     

कथाकार डॉ सुशीलकुमार फुल्ल

15 अगस्त सन् 1941 को पंजाब के ज़िला रोपड़ के एक गांव काईनौर में जन्मे डा सुशीलकुमार फुल्ल ख्यात आलोचक एवं साहित्येतिहास लेखक होने के साथ साथ एक वरिष्ठ कथाकार के रुप में हिन्दी जगत में समादृत हैं । साठ से अधिक पुस्तकों के रचयिता डॉ. फुल्ल के बारह कहानी संग्रह,आठ उपन्यास, पांच बाल उपन्यास, पन्द्रह आलोचनात्मक पुस्तकें तथा बीस से अधिक अन्य पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं । प्रथम कहानी परित्यक्ता शीर्षक से सन् 1959 में छपी । पुस्तक में संकलित होने वाली पहली कहानी सुशिक्षिता शीर्षक से अमृतसर से प्रकाशित पुस्तक कलियां और कांटे में प्रकाशित हुई ।

सारिका में पहली कहानी बढ़ता हुआ पानी शीर्षक से नवम्बर सन 1968 में प्रकाशित हुई । फिर धीरे- धीरे धर्मयुग,साप्ताहिक हिन्दुस्तान,कहानी, इण्डिया टुडे, रविवार,कादम्बिनी,रविवार्ता,दैनिक हिन्दुस्तान, जनसत्ता,दैनिक टिृब्यून ,अमर उजाला ,दैनिक भास्कर आदि सभी राष्टृीय पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हुईं । मेमना कहानी को सन 1978 में अखिल भारतीय पुस्स्कार मिला । सन 2003 में होरी की वापसी कहानी को राष्ट्रीय भास्कर रचना पुरस्कार मिला । होरी की वापसी कहानी केरल विश्वविद्यालय के पाठयक्रम में । यू सिंह लापता है कहानी संग्रह को वर्ष 2000 का हिमाचल साहित्य अकादमी का पुरस्कार ।

वर्ष 1983 में प्रकाशित ‘मिट्टी की गंध’ को वर्ष 1985 में हिमाचल साहित्य अकादमी पुरस्कार और फिर "हारे हुए लोग" उपन्यास के लिए हिमाचल प्रदेश का सर्वोच्च चन्द्रधर शर्मा गुलेरी सम्मान बीस अन्य सम्मान भी ।

सन् 1976 में सहज कहानियां पुस्तक का सम्पादन कर हिमाचल की सहज कहानी की अवधारणा को समान्तर कहानी के विरोध में खड़ा किया और इस आन्दोलन की खूब चर्चा हुई । साहित्येतिहासकारों ने सहज कहानी की अवधारणा के अवदान को मुक्त कंठ से स्वीकार भी किया है ।

प्रमुख कहानी संग्रह : मेमना, ब्रेकडाउन, मेरी आंचलिक कहानियां, जलज़ला, होरी की वापसी, चिड़ियों का चोगा

प्रमुख उपन्यास: कहीं कुछ और ;मिट्टी की गंध, नागफांस, खुलती हुई पांख,उडान

अन्य ग्रन्थ: विश्व प्रेमाख्यान परम्परा ;मलिक मोहम्मद जायसी,हिन्दी के सृजनकर्मी,हिन्दी के शब्द शिल्पी, चन्द्रधर शर्मा गुलेरी, मुंशी प्रेमचन्द,हिमाचल का हिन्दी साहित्य का इतिहास, हिन्दी साहित्य का सुबोध इतिहास -2014 आदि।

सम्प्रति वर्ष 2001 में हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय ,पालमपुर से आचार्य एवं अध्यक्ष पद से सेवा निवृत । सम्प्रति स्वतंत्र लेखन ।

स्थायी पता: पुष्पांजलि, राजपुर -पालमपुर -176061 हिमाचल मोबाइल  :9418080088 फोन 01894-238054