सूरज सलमान का 'हीरो' ? / जयप्रकाश चौकसे

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सूरज सलमान का 'हीरो' ?
प्रकाशन तिथि : 08 जून 2013


जिया खान को उनके प्रेमी सूरज पंचोली से एक निर्मम संदेश मोबाइल पर मिला और अस्थिरता के क्षण में उन्होंने आत्महत्या कर ली। युवा प्रेमियों में प्राय: विवाद होते हैं और निर्मम संदेश भेजे जाते हैं, परंतु पुलिस ने सूरज से चार घंटे पूछताछ की और अभी तक उसे निर्दोष नहीं माना है। सलमान खान सूरज को नायक लेकर सुभाष घई की 'हीरो' का नया संस्करण बनाने जा रहे हैं और उन्होंने इसके अधिकार सुभाष घई से लिए हैं। इस फिल्म की अन्य सारी बातें गोपनीय रखी गई हैं, परंतु तैयारी चल रही है। क्या संभव है कि सूरज पंचोली को यह स्वर्ण अवसर मिला तो उन्होंने जिया से दूरी बनाने का फैसला किया हो। आजकल के युवा लड़कियों को दो वर्ग में बांटते हैं - एक वर्ग की लड़कियां इश्क या चोंचलेबाजी के लिए उचित मानी जाती हैं और तथाकथित तौर पर संस्कारवान लड़कियों को विवाह योग्य समझते हैं - शादी 'मटीरियल' और इश्क के खेल का 'मटीरियल' जुदा माना जाता है। पतिव्रता पत्नी की तलाश हर चरित्रहीन को रहती है। अमेरिका में बसे भारतीय युवा भी शादी हिंदुस्तानी लड़की से करते हैं और 'इश्क' अमेरिकन लड़की से। ताजा फिल्म में भी रणबीर कपूर दीपिका पादुकोण से कहता है कि तुमसे फ्लर्ट नहीं किया जा सकता, तुम इश्क करने की चीज हो। 'कबूल है' नामक सीरियल के एक एपिसोड में अमेरिका से आई मुस्लिम लड़की स्कर्ट पहनती है तो मौलवी साहब सख्त एतराज करते हैं और अपनी तथाकथित पारंपरिकता के गर्व में उसका होने वाला शौहर उससे खफा होता है तो नायिका सारे रूढि़वाद पर चांटा मारती है कि मेरे कपड़े मेरा चरित्र नहीं हैं।

बहरहाल, फिल्म उद्योग में कुछ लोकप्रिय झूठ स्थापित हैं कि कुंआरे नायक की लोकप्रियता अधिक होती है। यह झूठ इसलिए है कि अमिताभ बच्चन ने अपनी पहली सफल फिल्म 'जंजीर' के बाद ही शादी कर ली थी, राज कपूर तो सितारा बनने के पहले ही विवाहित थे। शाहरुख खान, आमिर खान, ऋतिक भी विवाहित हैं। सूरज ने जिया से केवल फ्लर्ट किया है और इतना बड़ा अवसर सामने होने पर वह कैसे विवाह करता? बहरहाल, आत्महत्या के असली कारण कभी उजागर नहीं हो पाते, परंतु पुलिस को धन कूटने के अवसर मिल जाते हैं। फिक्सिंग प्रकरण ने संभवत: पुलिस को करोड़ों रुपए दिला दिए होंगे, क्योंकि मुंबई में हजारों बुकी हैं। बहरहाल, सूरज के इस विवाद में घिरने से सलमान खान के निर्णय पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि 'वह एक बार कमिटमेंट करता है तो फिर अपनी भी नहीं सुनता।' विगत कुछ वर्षों में उसने अनेक लोगों को अवसर दिलाए हैं। कैटरीना, सोनाक्षी के साथ ही अर्जुन कपूर को भी तैयार किया है। सलमान खान को स्मरण करा दें कि सुभाष घई की 'हीरो' में युवा जैकी को मीनाक्षी शेषाद्री के साथ प्रस्तुत किया था, जो पहले केवल असफल 'पेंटर बाबू' में काम कर चुकी थीं और उस फिल्म की सफलता का श्रेय दो लोगों को जाता है - स्वयं सुभाष घई एवं लक्ष्मी-प्यारे-आनंद बक्षी की टीम को, जिसने अद्भुत माधुर्य रचा था और इस फिल्म का एक जुदाई गीत पाकिस्तान से आई खानाबदोश गायिका रेशमा ने गाया था। इस फिल्म में संजीव कुमार की हास्य भूमिका थी और शम्मी कपूर ने सख्त पुलिस कमिश्नर की भूमिका की थी। इसमें सुभाष घई ने गुंडे नायक को बांसुरी वादक बताया था।

बहरहाल, सूरज पंचोली काफी परेशान किए जाएंगे और संभवत: उन पर मुकदमा भी कायम हो। क्या इन घटनाओं का कोई प्रभाव 'हीरो' के नए संस्करण पर पड़ेगा? यह संभव नहीं है क्योंकि भारतीय समाज सजायाफ्ता को भी कोई बॉक्स ऑफिस दंड नहीं देता। फिल्म का चलना उसके मनोरंजक होने पर निर्भर करता है, गोयाकि बॉक्स ऑफिस पात्र के कपड़ों को नहीं, उसके मनोरंजक चरित्र को देखता है। चुलबुल पांडे भी रिश्वत लेते हैं और ऐसा संकेत भी था कि वे रॉबिन हुड की तरह रिश्वत का माल गरीबों पर खर्च करते हैं। दर्शक के लिए कलाकारों के व्यक्तिगत मूल्य कोई मायने नहीं रखते, परंतु वह कहानी में सच की जीत ही देखना चाहता है। यह सचमुच आश्चर्यजनक है कि ऐसे दर्शकों का देश अन्याय आधारितव्यवस्था को क्यों पसंद करता रहा है?