हेनरीटा ब्रेकेनरिज़ बॉटन / बलराम अग्रवाल

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1926 में विवाहोपरांत मेरी हस्कल द्वारा सहयोग से हाथ खीच लेने के बाद जिब्रान को कार्य-संपादन में परेशानी महसूस होने लगी। अत: उन्होंने हेनरीटा ब्रेकेनरिज़ (Henrietta Breckenridge Boughton) नाम की एक युवती को अपनी सचिव के तौर पर नियुक्त कर लिया। हेनरीटा ने जिब्रान के साथ उनके अन्तिम सात वर्षों तक निरन्तर कार्य किया। उसने उनके लेखन और पेंटिंग्स संबंधी सभी कामों को मुस्तैदी से सँभाला। वह उनकी पांडुलिपियों का संपादन भी करती थी। यहाँ तक कि हॉस्पिटल में मृत्यु के समय भी जिब्रान के निकट उनकी बहन मरियाना तथा मित्र मेरी के साथ वह उपस्थित थी। हेनरीटा ही थी जिसने जिब्रान की मिखाइल नियामी द्वारा स्थापित जिब्रान की ‘औरतखोर’ छवि को सप्रयास तोड़कर उन्हें ‘दार्शनिक कवि’ की छवि में प्रतिस्थापित किया। जिब्रान की बहन मरियाना और मेरी भी उसके काम में हाथ बँटाती थीं। जिब्रान के जीवनीकारों का मानना है कि वस्तुत: ‘बारबरा यंग’ हेनरीटा का ही लेखकीय नाम है।