सुबह की लाली / खंड 2 / भाग 3 / जीतेन्द्र वर्मा
हिंदू युवकों की टोली गाँधी चौक पर जमी है। सभी उत्तेजना से भरे हैं। प्रो0 रवींद्र कुमार पांडेय ने बताया है कि कॉलेज से लौटते समय उनकी बेटी का मुसलमानों ने अपहरण कर लिया और डरा धमका कर उसकी शादी एक मुस्लिम लड़के से करा दी। अब प्यार की बात प्रचारित कर रहे हैं। उनकी बात पर अधिकांश हिंदूओं को विश्वास है। हिंदू लड़की को मुस्लिम लड़का भगा ले गया इस बात से हिंदू युवक अपने को अपमानित महसूस कर रहे हैं।
“यह सब मुसलमान साजिश के तहत कर रहे हैं।”
“एकदम ठीक कहा। इधर दंगा करवाया और इसी बीच लड़की को भगकर शादी करा दी।”
“यह सब पहले से सेट था।”
“अब तक दंगे में लूटपाट, हत्या और थोड़ी मस्ती ही होती थी। अब तो ..............................”
“यह सब हिंदूओं को अल्पसंख्यक बनाने की साजिश है।”
“पहले तलवार के बल पर हिंदूओं को मुसलमान बनाया। फिर लालच देकर मुसलमान बनाया और अब हिंदूओं की बेटियों को उठाकर रख रहे हैं।”
“हिंदू होते ही एक नंबर के मउगा। नहीं तो अब तक आग लग जानी चाहिए थी।”
“एकदम ठीक कहा। नहीं तो इतना बड़ा कांड हो गया और साले हिंदू सद्भावना का गीत गा रहें हैं।”