अपनी रामरसोई / सुशोभित
Gadya Kosh से
अपनी रामरसोई
सुशोभित
सुशोभित
अन्नपूर्णा माँ
और
पत्नी के लिए
पुस्तक के बारे में
भोजन-भंडारे पर यह पुस्तक रसोइयों, हलवाइयों और चौके को मंदिर समझने वाली गृहणियों के लिए लिखी गई है। और उनके लिए भी जो भोजन-रसिक होने के साथ ही अपनी थाली का आदर भी करते हैं और अन्न ही ब्रह्म है का अहर्निश मंत्र जपते हैं। लोकप्रिय लेखक सुशोभित ने समय-समय पर खानपान पर लिखा है और पाठकों ने उसे ख़ूब रस लेकर सराहा है। अब अपने भोजन-सम्बंधी लेखन को एक जिल्द में संयोजित करके उन्होंने यह स्वादिष्ट पुस्तक तैयार की है। बकौल लेखक, ये पुस्तक किसी पेटू ने नहीं लिखी, पर उसने अवश्य लिखी है, जिसके लिए थाली में जूठा छोड़ना पाप है! भारत में भोजन की तुक भजन से मिलाई जाती है। भोजन से प्रेम करने वाले, उसे आश्चर्य से देखने वाले, उससे सरस परितृप्ति पाने वाले वैसे ही एक भारतवासी की रामरसोई का यह सुस्वादु प्रतिफल है।
विषय सूची
- उपोद्घात / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- शाकपात / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- नौका में तरबूज / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- मैसूर पाक / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- चाय / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- कहवा / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- पालक का साग / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- मूंग हलवा / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- जामुनों का रंग / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- ईख का रस / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- दूर देश के सब्जबाग / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- पकवानों के नामबदल / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- रबड़ी रानी / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- ढालू के फल / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- इमली का बूटा / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- रसगुल्ले / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- पेड़े / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- खिचड़ी / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- पूरियां / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- ककड़ी / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- खरबूज़ा / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- अमरूद / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- आमेर की गुंजी / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- राजा लंगड़ा है / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- लंगड़े की जात / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- घरबंदी में आम / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- शरीफ़े / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- पाणिनि के पकवान / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- विवेकानंद की रसोई / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- नमक का कर्ज़ / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- शीतलपेय / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- संतरे का छायाचित्र / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- घाट घाट का पानी / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- परिशिष्ट 1 : कटहल का धरती पर गिरना / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- परिशिष्ट 2 : आलूबुखारों की आमद / अपनी रामरसोई / सुशोभित
- परिशिष्ट 3 : सिंघाड़े / अपनी रामरसोई / सुशोभित